उसके शब्दों को, मानो या ना मानो। उसके शब्दों को, मानो या ना मानो।
आवो सब मिलकन धरबिन पाणी का गुण सब मा घुलमिलकन खरो रुपको नहीं सोडबीन गुण आवो सब मिलकन धरबिन पाणी का गुण सब मा घुलमिलकन खरो रुपको नहीं सोडबीन गुण
उसकी चिंता में, जो इक दिन जाना है, क्यों कर हम ज़िन्दगी बिताते हैं। उसकी चिंता में, जो इक दिन जाना है, क्यों कर हम ज़िन्दगी बिताते हैं।
मै तो इस धरा पर माँ पिता से आया हूँ हाँ जी मै हूबहू अपने पिता का साया हूँ. मै तो इस धरा पर माँ पिता से आया हूँ हाँ जी मै हूबहू अपने पिता का साया हूँ.
हूँ अकेली और बस कुछ मछलियाँ रूप है बदला हैं घेरे नालियाँ हूँ अकेली और बस कुछ मछलियाँ रूप है बदला हैं घेरे नालियाँ
कभी सुख सुविधा की चाहत ने तो कभी सकूँ की तलाश में हमने तस्वीरों को नित नया ढाला कभी सुख सुविधा की चाहत ने तो कभी सकूँ की तलाश में हमने तस्वीरों ...